पायलट की महापंचायत में फिर हुआ गुड़-गोबर, टीस नहीं छिपा पाए विश्वेंद्र सिंह
- पायलट समर्थित 14 विधायक पहुंचे महापंचायत में, तीन निजी कारणों से नहीं पहुंचे, दो अन्य विधायकों की उपस्थिति ने चौंकाया
NewsBreatheTeam. किसानों के आंदोलन को लेकर कोटखावदा चाकसू में सचिन पायलट ने एक महापंचायत को संबोधित किया. हालांकि ये महापंचायत कम बल्कि पूर्व डिप्टी सीएम का एक शक्ति प्रदर्शन रहा. पायलट के पहुंचने से पूर्व महिलाओं समेत हजारों लोग आयोजन स्थल पर पहुंच चुके थे. कार्यक्रम में पायलट के साथ सैंकड़ों गाड़ियों का काफिला चल रहा था और चाकसू के कोटखावदा में जगह-जगह तोरण द्वार बनाकर पायलट का स्वागत किया.
यहां पायलट समर्थित सभी 14 विधायक मंच पर दिखाई दिए लेकिन यहां भी कांग्रेस ने अपना गुड—गोबर कराने में कसर नहीं छोड़ी. राजस्थान सरकार में मंत्री रहे विश्वेंद्र सिंह सचिन पायलट की महापंचायत में अपने मन में जगजाहिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए टीस नहीं छिपा सके और वह सब कुछ बोल गए, जिसकी वजह से पायलट का सीएम गहलोत से झगड़ा है. इस महापंचायत में सचिन पायलट ने एक तीर से कई निशाने साध दिए लेकिन कांग्रेस की फिर एक बार फजती होते नजर आई.
सबसे पहले तो फजती इस बात पर हुई कि ये कार्यक्रम सचिन पायलट का नहीं बल्कि सरकार का था. इस महापंचायत में सीएम अशोक गहलोत, राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और गहलोत खेमे के कई नेताओं को बुलाया गया था, लेकिन कोई नहीं पहुंचा. बताया गया कि जयपुर में ही दोपहर 12 बजे सीएम गहलोत का अपना कार्यक्रम था इसलिए वे नहीं आए. लेकिन अंतत: सब को पता है कि ऐसा क्यों हुआ. वहीं सचिन पायलट सैंकड़ों वाहनों में समर्थकों सहित पूरे लाव लवाजमे के साथ पहुंचे.
‘हम आपके लिए अंतिम दम तक संघर्ष करेंगे’ किसानों से बोले सचिन पायलट
इधर, सचिन पायलट के 14 समर्थक विधायक एक बार फिर पायलट के कंधे से कंधा मिलाकर मंच पर दिखाई दिए. ये सभी सरकार पर आए संकट के दौरान भी पायलट के साथ दिल्ली के एक होटल में पहुंच गए थे. कोटखावदा की इस किसान महापंचायत में पायलट समर्थक विधायक विश्वेंद्र सिंह, हेमाराम चौधरी, मुरारीलाल मीणा, बृजेंद्र सिंह ओला, रमेश मीणा, वेद प्रकाश सोलंकी, हरीश मीणा, जीआर खटाणा, इंद्राज गुर्जर, राकेश पारीक, अमर सिंह जाटव, सुरेश मोदी, मुकेश भाकर, पीआर मीणा शामिल हुए. जबकि निजी कारणों से विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, रामनिवास गावड़िया और भंवरलाल शर्मा महापंचायत में नहीं पहुंच सके.
किसान महापंचायत में पहुंचे इन 14 विधायकों के अलावा 2 और विधायकों की मौजूदगी ने सबको चौंका दिया. ये थे निवाई विधायक प्रशांत बैरवा और पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नारायण सिंह के पुत्र वीरेंद्र सिंह जो दांतारामगढ से विधायक हैं. इन विधायकों के मंच पर पहुंचने से पायलट और गहलोत खेमे में खींचतान की चर्चाएं एक बार फिर मुखर होने लगी हैं.
अब महापंचायत में रही सही कसर पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने पूरी कर दी. विश्वेंद्र सिंह ने स्पीच के दौरान सीएम अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा, ‘पहले हमारी 99 सीट आईं, फिर 101 हो गईं, मेहनत कोई करे….’ विश्वेंद्र सिंह के इतना कहते ही पूरी महापंचायत में तालियां और पायलट के समर्थन में नारेबाजी होने लगी. फिर विश्वेंद्र सिंह ने कहा, ‘आप मुझसे ज्यादा होशियार हैं, मैं आपको क्या भाषण दूं, मेरे बोलते ही आप अपने आप समझ गए.’ अब वहां मौजद जनता कुछ समझे नहीं समझे लेकिन हम तो सब कुछ समझ ही गए हैं.