वैक्सीनेशन में भाई-भतीजावाद से चरमाई अस्पतालों की व्यवस्थाएं
अस्पताल प्रशासन पर लग रहे सगे-संबंधियों को चोरी छुपे टीके लगाने के आरोप, इधर चार घंटे लाइन में खड़ा रहने के बाद भी नहीं आया नंबर
खाचरियावास (सीकर)। कोवैक्सीन लगवाने को लेकर जहाँ एक ओर ग्रामीणों व युवाओं में जोश व जुनून है, वहीं सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन की व्यवस्थायें चरमरा गयी है। अस्पताल प्रशासन के कर्मचारियों पर भाई-भतीजावाद करने के आरोप लग रहे हैं। बात हो रही है सीकर जिले की दांतारामगढ़ तहसील के खाचरियावास गांव की, जहाँ श्रीमती कमला देवी धूत राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (खाचरियावास) के वैक्सीनेशन सेंटर पर शनिवार सवेरे 6 बजे से ही युवाओं ने लाइन लगा ली।
इस दौरान एक सामाजिक संगठन के सदस्य ने लिस्ट बनाना शुरु कर दिया व नाम लिखकर अस्पताल समय पर आकर वैक्सीनेशन करवाने का कहकर घर भेज दिया। इसकी जानकारी मिलने पर ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सुनील धायल ने छोटी पर्चियों पर टोकन नंबर जारी कर साढे सात बजे नए ढाई सौ टोकन बाँट दिये। इसके बाद सवेरे 9 बजे वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे लोगों ने व सवेरे से लाइन में खड़े और नाम लिखवाने वाले युवकों ने हंगामा कर अस्पताल प्रशासन और कर्मचारियों पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया। आखिरकार पुलिस की मौजूदगी में टोकन कटे युवकों के वैक्सीनेशन किया गया।
दिव्यांग युवक का चार घंटे धूप में खड़ा रहने के बाद भी नहीं आया नंबर
दिव्यांग युवक सोनू को चार घंटे धूप में खड़ा रहना पड़ा इसके बावजूद भी नंबर नहीं आया तो उसे निराश होकर वापस लौटना पड़ा। वहीं शुभम सोनी का कहना है कि सुबह 6 बजे से लाईन में खड़े होने के बाद नाम लिखाकर घर आ गये। वैक्सीन लगवाने गये तो पता चला कि वैक्सीनेशन समय से पहले ही टोकन बाँट दिये। इधर, अनिल शर्मा का कहना है कि सुबह 6 बजे लाईन में लगकर नाम लिखवाया लेकिन जब वैक्सीन लगवाने आये तो जिसने नाम लिखे, उसको ही पहला टोकन सौप वैक्सीन लगा दी। दूसरे जिले के अपने रिश्तेदारों को बुलाकर वैक्सीन लगाई जा रही है।
रिपोर्ट – संवाददाता कुंदन (सीकर)