इस साल के अंत तक थम जाएगा टॉप 5 कारों का सफर

नए नॉर्म्स और घटती बिक्री के चलते ऑटो इंडस्ट्री देश में बिक रही 5 कारों का प्रोडक्शन बंद करने जा रही है।

साल 2019 ऑटो इंडस्ट्री में काफी खास होने वाला है। इस साल देश की सड़कों पर दौड़ रही कुछ पॉपुलर कारों के सफर का अंत होने वाला है। अलग-अलग वजहों से इस साल कुछ कारों का प्रोडक्शन हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। सुरक्षा मानकों के साथ ही अगले साल से बीएस6 इमिशन नॉर्म्स और घटती बिक्री इसकी प्रमुख वजह बताई जा रही है। इस लिस्ट में नीचे दी गई टॉप 5 कारें हैं। जरा गौर फरमाइए…

टाटा नैनो

टाटा ब्रांड के रतन टाटा का सपना लिए यह देश की सबसे छोटी एवं सस्ती कार टाटा नैनो का सफर इस साल थम जाएगा। इस कार को पहली बार 2009 में सड़कों पर उतारा गया था तब इसकी कीमत मात्र एक लाख रुपए थी। पिछले 10 सालों में इस कार में कई बदलाव हुए लेकिन बिक्री नहीं बढ़ पाई। आज भी देष की सबसे सस्ती कार का टैग इसी कार के पास है। डिमांड के अनुसार सेफ्टी नॉर्म्स और इमिशन स्टैंडर्ड अपडेट न होने से इस कार को साल के अंत तक रिटायर किया जा सकता है।

महिन्द्रा नूवोस्पोर्ट

महिन्द्रा क्वांटो का अपग्रेड वर्जन नूवोस्पोर्ट अपने पुराने वर्जन की तरह पिछले ढाई सालों में ग्राहकों को बिलकुल भी नहीं लुभा पाया। हालात यह है कि पिछले 6 महीनों में इसकी केवल एक कार बिक पाई है। ऐसे में कंपनी ने इसे बंद करने का मूड बना लिया है।

हुंडई इयॉन

हुंडई ने 2011 में सैंट्रो को बंद करने से ठीक पहले इयॉन को लॉन्च कर अपनी एंट्री लेवल कार बनाया था। अब फिर से सैंट्रो को नए रुप में उतारा है जिससे इस कार की बिक्री में कमी आई है। ऐसे में इस कार का प्रोडक्शन बंद किया जा सकता है।

मारूति जिप्सी

देश में बिक रही मारूति ब्रांड की कारों में जिप्सी सबसे पुराना मॉडल है। 1985 से देश में बिक रही जिप्सी युवाओं एवं आर्मी में सबसे ज्यादा पॉपुलर है। केवल पेट्रोल इंजन और फीचर्स की कमी के चलते इस एसयूवी की आर्मी में भी डिमांड कम हो चली है। ऐसे में इस कार का प्रोडक्शन बंद किया जा रहा है।

टाटा सफारी

साल 1998 में लॉन्च हुई टाटा सफारी का 21 साल का सफर अब खत्म होने जा रहा है। कंपनी का ध्यान अब नए मॉडल्स पर है। चर्चा है कि 2020 के बाद इस भारी भरकम एसयूवी की फिर से वापसी हो सकती है।

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