शीना बोरा हत्याकांड: जिंदा है शीना बोरा! इंद्राणी मामले में फिर सामने आया एक नया ट्विस्ट
NewsBreathe. शीना बोरा हत्याकांड और इंद्राणी मुखर्जी मामले आज फिर से एक नया ट्विस्ट सामने आया है। मामले में शीना बोरा के जिंदा होने का दावा किया गया है, साथ ही ये भी कहा गया है वो कश्मीर में है। ये दावा किया है इंद्राणी मुखर्जी ने, जो इस हत्याकांड में कई सालों से जेल की सलाखों के पीछे है।
गौरतलब है कि पुलिस ने 23 मई को 2012 को शीना बोरा का कंकाल रायगढ़ के जंगल से बरामद किया था। इस मामले में पुलिस ने इंद्राणी समेत उसके पूर्व पति संजीव खन्ना और पीटर मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया था।
शीना बोरा इंद्राणी मुखर्जी उनके पहले पति की बेटी थीं। जिसकी 24 अप्रैल 2012 को गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी और लाश को जला दिया गया था। यह मामला साल 2015 में सामने आया था। शीना बोरा की हत्या सौतेले भाई से प्रेम प्रसंग और संपत्ति विवाद की वजह से हुई थी।
दरअसल इंद्राणी मुखर्जी के पीटर मुखर्जी के पहली पत्नी से हुए बेटे का नाम राहुल है जिससे शीना का अफेयर चल रहा था। इस बात से इंद्राणी और पीटर दोनों नाखुश थे।
इस हत्याकांड को 2012 में अंजाम दिया गया था। दो साल तक सभी लोग यही समझते रहे कि शीना पढ़ाई के लिए अमेरिका गई हुई है। हालांकि 2015 में पुलिस को यह खबर मिली कि शीना की हत्या कर दी गई है। आरोप है कि इंद्राणी मुखर्जी ने अपने ड्राइवर श्याम मनोहर राय और एक अन्य व्यक्ति की मदद से शीना को मौत के घाट उतार दिया था।
आइए जानते हैं इस पूरे हत्याकांड के बारे में
24 अप्रैल, 2012 से शीना बोरा अचानक गायब हो गईं थीं।
23 मई, 2012 रायगढ़ पुलिस ने पेण के जंगलों से एक कंकाल बरामद किया था।
25 अगस्त, 2015 मुंबई पुलिस ने इंद्राणी मुखर्जी को शीना बोरा हत्याकांड में गिरफ्तार किया था।
26 अगस्त, 2015 को इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व पति संजीव खन्ना को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया था।
30 अगस्त, 2015 के दिन इंद्राणी, संजीव खन्ना और ड्राइवर श्याम राय पुलिस रायगढ़ के जंगलों में क्राइम सीन रिक्रिएशन के लिए ले गई थी।
1 सितंबर, 2015 को सिद्धार्थ दास से यह स्वीकार किया कि वो शीना के पिता हैं।
3 सितंबर, 2015 इंद्राणी मुखर्जी ने इस हत्याकांड में अपने अपराध को स्वीकारा था।
2 सितंबर को पुलिस ने इंद्राणी और पीटर को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की थी।
10 सितंबर, 2015 को पुलिस एक ईमेल हासिल किया जिसे इंद्राणी मुखर्जी ने शीना बोरा और मिखाइल को लिखा था।
18 सितंबर, 2015 को यह मामला जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया गया।
30 सितंबर को सीबीआई ने इंद्राणी, संजीव खन्ना और ड्राइवर श्याम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
2 अक्टूबर 2015 के दिन इंद्राणी मुखर्जी को मुंबई के जेजे अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया।
19 नवंबर को सीबीआई ने पीटर मुखर्जी को गिरफ्तार किया। साथ ही इंद्राणी, संजीव खन्ना और ड्राइवर श्यामवर राय के खिलाफ चार्जशीट फ़ाइल की गई।
16 फरवरी 2016 को सीबीआई ने पीटर मुखर्जी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया।
19 दिसंबर, 2016 को सीबीआई ने अदालत में आरोपियों के खिलाफ जिरह शुरू की।
21 अक्टूबर, 2016 को सीबीआई ने विशेष अदालत में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की।
17 जनवरी, 2017 इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी को शीना बोरा की हत्या और साजिश का आरोपी बनाया गया। इसी दिन इंद्राणी ने अदालत में पीटर से तलाक लेने की इच्छा भी जाहिर की।
24 जनवरी 2017 को भायखला जेल में इंद्राणी मुखर्जी ने एक महिला कैदी की मौत के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। आरोप था कि महिला कैदी की मौत पुलिसकर्मी की पिटाई से हुई थी।
2017 के नवंबर माह में इंद्राणी मुखर्जी ने आरोप लगाया कि पीटर ने शीना बोरा की हत्या की है। जिस पर पीटर ने कहा कि इंद्राणी मुखर्जी विक्टिम कार्ड खेल रही हैं ताकि उनके ऊपर से हत्या का आरोप हट सके। हालांकि बाद में इंद्राणी मुखर्जी ने कहा था कि उन्होंने तनाव में यह बात कही थी।
साल 2018 के अप्रैल महीने में इंद्राणी मुखर्जी को मुंबई के जेजे असप्ताल में भर्ती किया था। उस समय एंटी डिप्रेशन की काफी गोलियां खाईं थी। उसी दौरान इंद्राणी मुखर्जी की पर्सनल असिस्टेंट काजल शर्मा ने खुलासा किया था कि इंद्राणी मुखर्जी ने शीना के इस्तीफे पर फर्जी सिग्नेचर किए थे।
23 अप्रैल, 2018 को इंद्राणी मुखर्जी ने अदालत से कहा था कि उसकी जान खतरे में है।
8 दिसंबर, 2018 को सीबीआई ने अदालत को बताया कि पीटर मुखर्जी इस हत्याकांड में साजिशकर्ताओं में से एक हैं।
3 अक्टूबर, 2019 को इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी ने आपस में तलाक ले लिया।
20 मार्च, 2020 के दिन चार साल बाद पीटर मुखर्जी जमात पर जेल की सलाखों से बाहर निकले।
24 जुलाई, 2021को सीबीआई की विशेष अदालत ने इंद्राणी मुखर्जी की जमानत अर्जी को यह कहकर ठुकरा दिया कि उसका इस हत्याकांड मामले में अहम किरदार है।
-17 अगस्त, 2021 को सीबीआई ने अदलात को बताया कि इस मामले की जांच पूरी हो चुकी है।
अब 16 दिसंबर को इंद्राणी मुखर्जी ने शीना बोरा के जिंदा होने का दावा किया है। साथ ही शीना के कश्मीर में मौजूद होने की बात भी कही है।