विशेष: भगवान शिव की पूजा करने समय महिलाओं को नहीं करना चाहिए शिवलिंग का स्पर्श
– आज सावन का आखिरी सोमवार, शिवालयों में गूंज रहा हर हर महादेव, शिवलिंग को छूने से बचें कुंवारी कन्याएं
आज सावन मास का अंतिम सोमवार है। आज हम आपके लिए लाए हैं ऐसी जानकारी, जिसे भूल वश अधिकांश भक्त करते हैं। वो ये कि भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए लेकिन महिलाओं और खास तौर पर कुंवारी कन्याओं को शिवलिंग को स्पर्श नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि इससे माता पार्वती नाराज हो जाती हैं।
माना जाता है कि 16 सोमवार व्रत करने से भगवान भोलेनाथ प्रस्सन होते हैं और कुंवारी कन्याओं को मन चाहा वर देते हैं जबकि महिलाओं के पति की आयु लंबी होने का वरदान देते हैं, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ये तभी होता है, जब ये पूजा मूर्ति रूप में कई जाए।
ऐसा नहीं है कि शिवलिंग की पूजा न करनी चाहिए, लेकिन पूजा करते समय उनका स्पर्श नहीं करना चाहिए। एक मान्यता के अनुसार, शिवलिंग को शिव के लिंग का प्रतीक माना जाता है और कहा गया है कि इसे स्पर्श करने से माता पार्वती नाराज हो जाती है। हालांकि हम इस मान्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।
एक मान्यता ये भी है कि शिवलिंग भगवान भोलेनाथ के तपस्वी और अंतर ध्यान में लिप्त होने का प्रतीक माना जाता है और इसे स्पर्श करने से प्रभु का ध्यान भंग हो सकता है। यही वजह है कि महिलाओं को शिवलिंग की दूर से ही पूजा करने की सलाह दी जाती है।
अन्य धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भोलेनाथ को हल्दी अर्पित करना अशुभ माना गया है। आप उन्हें उनकी अन्य प्रिय चीज़ें जैसे दूध, भांग, धतूरा, आक के फूल, शहद, बेलपत्र, आदि अर्पित कर सकते हैं।
शिव पुराण में कहा गया है कि शिवलिंग बहुत ही संवेदनशील होता है। ये एक ज्योति का प्रतीक है। शिवलिंग से हर वक़्त ऊर्जा का संचार हो रहा होता है इसलिए शिवलिंग पर हमेशा जलधारा रखनी चाहिए जो ऊर्जा को शांत रखता है.
यदि आप शिवलिंग की पूजा करने में असमर्थ है तो शिवलिंग को घर में नहीं रखना चाहिए। घर में एक से ज्यादा शिवलिंग नहीं नहीं रखने चाहिए।
घर में रखे शिवलिंग को अकेले नहीं रखना चाहिए. उसके साथ भगवान शिव के परिवार की फोटो भी रखनी चाहिए.
इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि स्त्रियां कभी भी अपने केश खोलकर ना रखें। ऐसा माना जाता है कि स्त्रियों के खुले केश से उनके आसपास नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। ऐसी मान्यता है कि स्त्रियों के बंधे हुए केश घर में रिश्तों को भी बांध कर रखते हैं।