सतीश पूनियां जन्मदिन विशेष: पहली बार विधायक बनने से सर्वेसर्वा बनने तक का सफर
- 57वां जन्मदिवस मना रहे राजस्थान बीजेपी के मुखिया सतीश पूनियां, पहली बार विधानसभा में पहुंचे और मिली प्रदेश बीजेपी को मजबूत करने की जिम्मेदारी, हंसमुख स्वभाव और जमीनी नेता के तौर पर जाने जाते हैं डॉ.पूनियां
NewsBreathe. भाजपा जनता पार्टी के राजस्थान अध्यक्ष डॉ.सतीश पूनियां का आज जन्मदिन है. आमेर विधानसभा से विधायक सतीश पूनियां (Satish Poonia Birthday) इस समय प्रदेश के जनता के सर्वमान्य और लोकप्रिय नेता हैं और प्रदेश भाजपा की अगुवाई कर रहे हैं. संघ पृष्ठभूमि से आने वाले पूनियां के जन्मदिवस पर आज 50 हजार समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने उनके उनके घर पहुंचकर जन्मदिन की बधाई दी. प्रदेश के कोने कोने से पहुंचे उनके समर्थकों की ये संख्या पूनियां की हंसमुख छवि और जमीन से जुड़े हुए सर्वमान्य नेता की वजह से ही है. इस शक्ति प्रदर्शन ने आगामी विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में उनकी दावेदारी को निश्चित तौर पर मजबूती देने का भी काम किया है. सतीश पूनियां ने प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर अपने दो साल भी पूरे कर लिए हैं. ये पद मदनलाल सैनी के निधन के बाद खाली हुआ था.
सतीश पूनियां के राजनीतिक जीवन की बात करें तो वे शुरूआती दौर से ही आरएसएस के सक्रिय सदस्य रहे हैं. पुनिया का छात्र जीवन में युवा राजनीतिक आंदोलनों में की भागीदारी रही है. इसके अलावा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से उनका लंबे समय तक जुड़ाव रहा. उन्होंने बोफार्स भ्रष्टाचार के खिलाफ किया आंदोलन में भाग लिया था.
सतीश पुनिया का जन्म 24 अक्टूबर, 1964 में हुआ था. पुनिया चूरू जिले के छोटे से गांव राजगढ़ के रहने वाले हैं. ग्रामीण परिस्थितियों में रहने की वजह से ही उनका जमीन से खासा लगाव है. उन्होंने विज्ञान में स्नातक के साथ राजस्थान विश्वविद्यालय से बैचलर इन लॉ की डिग्री भी ली है. इसके साथ ही श्रम विधि, अपराध शास्त्र, भारतीय इतिहास और संस्कृत में किया डिप्लोमा के साथ भूगोल विषय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है.
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राष्ट्रीय स्वयं सेवक रहे सतीश पूनिया 1992 के दौरान भाजपा से जुड़े. इसके बाद साल 1998 से 1998 तक भाजपा युवा मोर्चा, जो कि भाजपा की युवा इकाई है, का अध्यक्ष के तौर नेतृत्व किया. उनके समर्पण को देखते हुए ही बीजेपी ने उन्हें साल 2000 में भाजपा के टिकट पर चूरू जिले की सादुलपुर से चुनाव लड़ाया लेकिन यहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 2013 में उन्होंने जयपुर की आमेर सीट से भाग्य आजमाया, किंतु कुछ वोटों से उन्हें एक बार फिर हार नसीब हुई. हालांकि उन्होंने दो हार के बाद भी मन से हार नहीं मानी.
2018 के विधानसभा चुनाव में आमेर विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनकर वे राजस्थान की विधानसभा में पहुंचे. इस दौरान सतीश पूनिया ने संगठन में काम करते हुये अपनी क्षमताओं का परिचय दिया और विभिन्न पदों पर रहे. अध्यक्ष बनने से पहले सतीश पूनिया भाजपा वरिष्ठ प्रवक्ता थे. उन्होंने सदस्यता अभियान की सफलतम बागडोर संभाली. विधानसभा चुनाव के दौरान वह प्रचार समिति के सह संयोजक भी रहे.
सतीश पूनियां एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान में राजस्थान से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष हैं. कम ही देखा गया है कि पहली बार सफलता हाथ लगने पर इतनी बड़ी जिम्मेदारी से किसी को नवाजा जाए. तत्कालीन राज्यसभा सांसद और राजस्थान बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी की मृत्यु के 80 दिन बाद उन्हें प्रदेश की भाजपा इकाई का मुखिया बनाया गया. सतीश पूनिया एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान में राजस्थान से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष हैं. हालांकि इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा. पूनियां को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के पीछे मौजूदा गृहमंत्री और तत्कालीन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अहम भूमिका रही.
सतीश पूनियां ने काफी कम समय में प्रदेश में काफी लोकप्रियता हासिल कर ली है. वे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बाद सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले बीजेपी नेता हैं. यही वजह है कि आगामी चुनावों में उन्हें सीएम फेस बनाने की चर्चा जोरों पर है. हालांकि वसुंधरा राजे के साथ मन मुटाव की खबरें यदा कदा आती रहती हैं लेकिन दोनों ने कई बार एक मंच साझा करते हुए इन खबरों को सिरे से खारिज किया है. डॉ.सतीश पूनियां के जन्मदिवस के इस खास मौके पर न्यूज ब्रीथ की पूरी टीम की ओर से उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं. न्यूज ब्रीथ उनके आगामी सुखद और सफलतम जीवन की प्रार्थना करता है.