एकजुटता के समक्ष ‘भूमि अतिक्रमण वीर’ नतमत्सक, रॉयल सिटी का ये उदाहरण बना मिसाल

सार्वजनिक भूमि, पार्क एवं पूजा स्थलों की जमीनों पर भी रसूखदारों का कब्जा, बुनियादी सुविधाएं न होने के बावजूद लोगों ने दिखाई जनतंत्र की ताकत

विशेष खबर। प्राइवेट कॉलोनाइजर्स द्वारा भूमि का लैंड कन्वर्जन करा सोसायटी काटकर बसाना सालों से चला रहा है। बड़े बिल्डर्स जेडीए अप्रूड कॉलोनियां काटते हैं तो मध्यम और छोटे बिल्डर्स सेमी अप्रूड व सोसायटी पट्टे की जमीनों पर कॉलोनियां बसाते हैं। इसी तरह की सोसायटी में भूमि अतिक्रमण की संभावना अधिकाधिक रहती है, इसमें संयश नहीं है। ऐसा ही कुछ हुआ रॉयल सिटी नाम की एक कॉलोनी में, जहां सार्वजनिक पूजा स्थल की जमीन को भी अतिक्रमण की भेंट चढ़ा दिया गया, लेकिन कॉलोनीवासियों की समझदारी और एकजुटता ने अनहोनी को होनी कर दिखाया और वहां भगवान की मूर्ति की स्थापना कर दी। हालांकि पुलिस कार्रवाई के चलते स्थल पर किसी भी निर्माण और प्रवेश पर अस्थाई रोक लगाई है।

अब भवन के हवाले विवादित भूमि – news breathe

मामला है कालवाड़ रोड, जयपुर स्थित रॉयल सिटी का। करीब 2003 में यह कॉलोनी काफी बड़ी एरिया में जैन बिल्डर्स द्वारा काटी गई थी। गांव की परिपाठी के बीच काटी गई ये कॉलोनी कलेक्टर द्वारा टेक्निकल अप्रुड जमीन थी जिस पर कई प्राइवेट बिल्डरों ने फ्लैट और विला बनाए हैं। इस कॉलोनी के नक्शे में कॉलोनी के चारों दिशाओं में 8 गेट, 3 पार्क, एक पूजा स्थल, सीवरेज, रोड लाइट और एक सार्वजनिक कम्यूनिटी हॉल जैसी सभी बुनियादी सुख ​सुविधाएं दी गई थी लेकिन वा​स्तविक धरातल पर इनमें से कुछ नहीं है। यहां तक की सभी सार्वजनिक स्थलों की जमीनों को कुछ बिल्डरों ने अतिक्रमण करते हुए दाब रखा था।

इस कॉलोनी के ए ब्लॉक में पूजा स्थल के लिए 266 वर्ग गज जमीन छोड़ी गई थी। इस पर शाहरूख नाम के एक स्कूल संचालक ने अपने रसूख के चलते रातोंरात इस जमीन के चारों ओर चारदिवारी खींच अतिक्रमण कर लिया था। इस कॉलोनी में अधिकांश लोग नौकरी पेशा और मिडिल फैमेली हैं जिन्होंने इन लफड़ों से दूर रहना ही मुनासिब समझा।

लेकिन इस ब्लॉक की समिति ने कॉलोनी के लोगों को एकजुट करते हुए इस ​अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई। शिकायत भी हुई और इंतजार भी लेकिन हुआ कुछ नहीं। इधर, उग्र होती इस आवाज के वजन को भांपते हुए जमीन मालिक ने अपनी भूमि इसी अवस्था में किसी ओर को बेच दी।।

इसके बाद कॉलोनीवासियों ने शनिवार को पूजा स्थल पर खड़ी की गई चार दिवारी को सैंकड़ों लोगों की मौजूदगी में गिराते हुए स्थल पर मंदिर स्थापना की नींव रखकर बजरंग बली की मूर्ति की स्थापना कर दी।

मूर्ति स्थापना की तैयारियां करते लोग – news breathe

मामला बढ़ता देख जमीन मालिक ने पुलिस को सूचना दी और कॉलोनी के कुछ लोगों को पुलिस स्टेशन ले जाया गया। कथित तौर पर, वर्तमान झोटवाड़ा पंचायत समिति सदस्य एवं पूर्व सरपंच रामफुल बावरिया ने मौके पर पहुंच मामला शांत कराया और सोमवार को जमीन की नाप जोख करने के पटवारी को निर्देश दिए। पुलिस ने तब तक के लिए घटना स्थल पर किसी भी पक्ष के जाने या प्रवेश करने पर रोक लगा दी।

कॉलोनी वासियों द्वारा तोड़ी गई अवैध चार दिवारी -news breathe

यह मामला पूरी तरह से जनता जनार्दन के पक्ष में जाना निश्चित है। कॉलोनी वासियों की एकजुटता, सर्तकता और जागरूकता ने ये सब कर दिखाया। इस कार्य में समाजसेवी राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के जयपुर संभाग अध्यक्ष सुरेश सिंह खानड़ी की भी अहम भूमिका रही। उन्होंने स्थानीय लोगों के बुलावे पर तत्काल अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और लोगों को एकत्रित करने में भी अपनी भूमिका निभाई। रॉयल सिटी के रहवासियों के इस जज्बे को न्यूज ब्रीथ परिवार सलाम करता है।

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