आरबीआई के रेपो रेट घटाने के बाद एसबीआई ने ग्राहकों को ठगा

हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ग्राहकों को फायदा देने और महंगाई पर नियंत्रण करने के लिए 17 महीने बाद अपनी नेशनल रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की थी। लेकिन देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक आॅफ इंडिया (SBI) ने ग्राहकों को फायदा देने की जगह अपना फायदा देख ग्राहकों के साथ धोखा किया है। दरअसल आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की है। (रेपो रेट वह होती है जिसपर बैंक रिजर्व बैंक से ऋण लेते हैं) नए आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में हुई पहली बैठक में यह फैसला लिया गया था। नई रेपो रेट के बाद यह 6.50 से घटकर 6.25 फीसदी हो गई है। इस फैसले के बाद 50 लाख रुपए के होम लोन पर प्रति ​महिना ईएमआई पर 800 रुपए, 30 लाख पर 481 रुप्ए और 20 लाख पर 321 रुपए का फायदा होता। लेकिन एसबीआई ने ग्राहकों के लिए केवल 0.05 फीसदी की कटौती कर कम ईएमआई की बांट जोह रहे सभी ग्राहकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इसके बाद अब 30 लाख रुपए की पुरानी ईएमआई पर केवल 96 रुपए और 25 लाख की ईएमआई पर केवल 80 रुपए कम होंगे। ऐसे में ग्राहक अपने आपको ठगा हुआ सा समझ रहे हैं। उम्मीद यही जताई जा रही थी कि रेपो रेट कम होने का अधिकतम फायदा ग्राहकों को मिलेगा लेकिन यह मलाई तो केवल बैंक के खाते में जा रही है।

वर्तमान में होम लोन 8.80 फीसदी और कार/आॅटो लोन 9.90 फीसदी चल रहा है। अगर 0.25 फीसदी की दर से लोन इंटरेस्ट कम होता तो होम लोन 8.55 फीसदी और आॅटो लोन 9.65 फीसदी पर आता और ईएमआई में 321 रुपए से लेकर 800 रुपए तक महिने की बचत होती जो केवल 30 लाख पर 96 रुपए और 25 लाख पर केवल 80 रुपए रह गई है। अभी एसबीआई ने नई ब्याज दर घोषित की है लेकिन उम्मीद यही है कि बाकी बैंक भी इसी नीति पर कार्य करेंगे और आरबीआई का ग्राहकों को मिलने वाला फायदा अपनी झोली में भरेंगे।

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