​ऑनलाइन-डिजि​टल प्लेटफार्म का बढ़ेगा रूतबा, ये हुआ बदलाव

  • एनबीए के डायरेक्टर रजत शर्मा ने किया फैसला का ऐलान, डिजिटल मीडिया की बढ़ेगी साख, प्रिंट और इले​क्ट्रॉनिक के बीच का मिलेगा स्थान

NewsBreathe/Special. मीडिया में अब तक प्रिंट और इले​क्ट्रॉनिक का ही दबदबा रहा है. ​ऑनलाइन और डिजि​टल प्लेटफार्म भी खबरों का सशक्त और तीव्र माध्यम है लेकिन इसे पॉपुलर्टी तो मिली पर प्रिंट और इले​क्ट्रॉनिक के सामने साख कम ही रही. अब इस बारे में बदलाव होने जा रहा है और इसके बाद ऑनलाइन-डिजि​टल प्लेटफार्म का रूतबा निश्चित तौर पर बढ़ने वाला है. दरअसल देश के न्यूज ब्रॉडकास्टर्स के सबसे बड़े बॉडी न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (NBA) का नाम बदलकर ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन'(NBDA) में बदलने का निर्णय लिया गया है. इस एसोसिएशन में भारत के मुख्य समाचार चैनल शामिल हैं जो कि देश में 80 फीसदी न्यूज टेलीविजन व्यूअरशिप है.

इसका सीधा मतलब ये है कि इस न्यूज ब्रॉडकास्टर्स ग्रुप में डिजिटल प्लेटफार्म का जुड़ना तय है. खुद संस्था का भी मानना है कि टेक्नोलॉजी के चलते मीडिया सेनेरियो में हुए बदलाव के साथ व्यूवर्स के लिए अब अलग-अलग मीडियम पर कंटेंट तक पहुंचने के कई ऑप्शंस हो गए हैं. अब फ्यूचर भी डिजिटल का ही है. ऐसे में डिजिटल मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टर्स को इसके मेंबर्स के रूप में प्रतिबिंबित करने के लिए NBA बोर्ड ने इसका नाम बदलकर NBDA करने का फैसला लिया है.

बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार भी डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म की अहमियत समझ रही है और यही वजह है कि आगामी 6 महीनों में इसके लिए एक गाइड लाइन बनाने के निर्देश दिए जा चुके हैं. ऑनलाइन -डिजि​टल न्यूज प्लेटफार्म के प्रतिदिन बढ़ते जा रहे बूम को देखते हुए ही सरकार ने ये फैसला लिया है. इसके बाद उम्मीद की जा रही है कि वर्तमान में प्रिंट और इले​क्ट्रॉनिक से पिछड़ रहा ऑनलाइन प्लेटफार्म आने वाले समय में दोनों मीडिया प्लेटफार्म के बीच की खाली जगह ले सकेगा.

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इससे पहले एनबीए के डायरेक्टर रजत शर्मा ने फैसले का ऐलान करते हुए कहा, ‘NBA ने अपने दायरे में डिजिटल मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टर्स को लाने का फैसला किया है. अपने नए चरण में, डिजिटल मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टर्स को शामिल करने के साथ एनबीए बोर्ड ने निकाय का नाम एनबीए से एनबीडीए करने का फैसला किया है. मेरा दृढ़ विश्वास है कि एनबीडीए ब्रॉडकास्टिंग और डिजिटल मीडिया दोनों के लिए एक मजबूत सामूहिक आवाज बनेगा. कॉमर्शियल और रेगूलेटेरी मुद्दों के साथ यह एसोसिएशन को भारत के संविधान में मीडिया को दिए गए फ्री स्पीच और अभिव्यक्ति की गारंटी के मौलिक अधिकार की रक्षा करने में भी सक्षम करेगा.’