राजस्थान यूनिवर्सिटी के ‘चौधरी’ बने निर्मल, जहांपना..तुसी ग्रेट हो
News_breathe. न्यूज़ ब्रीथ और हमारे विशेषज्ञ पत्रकार राहुल जैमन का कैम्पस राजनीति के अध्यक्ष पद को लेकर की गई भविष्यवाणी सही साबित हुई है। राजस्थान विश्वविद्यालय के अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी निर्मल चौधरी को जीत मिली है। निर्मल ने अपनी निकटतम प्रतियाशी निहारिका जोरवाल को 1300 वोटों से हराया। निहारिका को 2700 वोट मिले जबकि निर्मल को 4000 वोट मिले। राजस्थान विश्वविद्यालय में लगातार छठी बार निर्दलीय प्रत्याशी अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज करने में कामयाब हुआ है। 2019 में हुए राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशी पूजा वर्मा ने जीत दर्ज की थी। कोरोना के चलते बीते 2 साल चुनाव नहीं हुए हैं।
निर्मल विगत 3 साल से निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए सभी छात्र संघ संगठन से दूर थे और जमीनी स्तर पर काम कर रहे थे, जिसका तोहफा उन्हें मिला है। सबसे अधिक हैरानी हुई NSUI की रितु बराला पर, जो महारानी कॉलेज की अध्यक्ष रह चुकी हैं। वे तीसरे नंबर पर रहीं। उन्हें 1000 से भी कम वोट मिले। ABVP के नरेंद्र यादव को 720 वोट मिले और वो चौथे नंबर पर रहे। प्रताप भानु, जिन्हें अपने पक्ष में जरने के लिए निहारिका ने उनके और उनकी बहिन के पैर तक पकड़ लिए थे, उन्हें केवल 52 वोट मिले।
NSUI को अपने बागी तेवर दिखाकर अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले संजय चौधरी ने अध्यक्ष के लिए अपना नामांकन वापिस लेकर रितु को समर्थन दे दिया था और खुद संगठन के टिकट पर महासचिव पद पर चुनाव लड़ा लेकिन कमाल न दिखा सके। संजय चौधरी को ABVP के अरविंद जाजडा ने हराया।