कोरोना मरीजों के बीच चिरायु हॉस्पिटल पहुंची NHRO झोटवाड़ा (जयपुर) की टीम
- अस्पतालों के भीतर कोरोना को लेकर किए गए इंतजामात की जानकारी लेने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन की टीम के साथ न्यूज ब्रीथ का कैमरा पहुंचा चिरायु अस्पताल, ली परिस्थितियों की जानकारी
NewsBreatheTeam. कोविड-19 की महामारी भले ही पिछले साल 2019 के आख़िर में शुरू हुई हो लेकिन अब इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि कुछ मरीज़ों को पूरी तरह से ठीक होने में लंबा वक़्त लग सकता है. 2021 के मध्य तक दूसरी लहर का प्रकोप और 2021 के अंत तक तीसरी लहर का अंदेशा और संक्रमण का आतंक तेजी से बढ़ता जा रहा है. राजस्थान के जयपुर जिले में लगातार कोरोना संक्रमण का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. इसका असर लोगों की सेहत पर बड़ी तेज गति के साथ हो रहा है. राजस्थान में 10 मई से 24 मई के सम्पूर्ण लॉकडाउन के बीच आज राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. अनिल छिपा के निर्देशानुसार एवं झोटवाड़ा अध्यक्ष सुरेश सिंह खानडी ने उपाध्यक्ष रिंकू कुमावत एवं सचिव शैलेन्द्र सिंह आसोलिया को मेडिकल सुविधा की उपलब्ध्ता एवं अस्पताल में वेक्सिनेशन की प्रक्रिया साथ क्षेत्र के भामाशाहों द्वारा राशि के उपयोग की जानकारियों हेतु कोरोना काल में अतिरिक्त जिम्मेदारी तय की.
नरेंद्र सिंह हाडा एवं महावीर सिंह राठौर को भी जनजागरूकता कार्यक्रमों में जन सहयोग को प्राथमिकता की जिम्मेदारी तय करने के साथ साथ मिडिया प्रभारी राहुल जैमन को समस्त सूचना रिपोर्ट देने को कहा. सुरेश सिंह खानडी को समन्वय कर केंद्रीय कार्य समिति को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए. इस परिकल्पना में राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन झोटवाड़ा इकाई टीम मरीजों के बीच कालवाड़ रोड स्थित चिरायु हॉस्पिटल पहुंची.
जयपुर कालवाड़ रोड के चिरायु हॉस्पिटल में टीम ने जाकर पड़ताल की और जाना कि चिरायु हॉस्पिटल के ऑक्सीजन की स्वयं के उत्पादन से आने वाले मरीजों को ऑक्सीजन कमी से इधर उधर भागना नहीं पड़ रहा. इस मौके पर चिरायु अस्पताल की निदेशिका डॉ मंजू चौधरी ने बताया की सभी कोरोना एवं अन्य आंतरिक मरीजों को समय पर भोजन, दवाईयां, जांच की सुविधा, नियमित विशेष -डॉक्टरी जांच, के साथ राजस्थान सरकार की चिरंजीव योजना का लाभ निम्न व् माध्यम वर्ग को मिल रहा है.
निदेशिका डॉ. मंजू चौधरी ने बताया की कोरोना महामारी के चपेट में आये मरीजों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है एवं बताया की लोकडाउन से संक्रमणता में कमी देखीं गई है. राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन टीम ने देखा चिरायु अस्पताल में कोरोना गॉइड लाइन का पालन हेतु सख्त है. नियमो के पाबंद होने से सभी कर्मचारी, डॉक्टर नर्सिंग टीम, सुरक्षा उपकरण, सुविधा उक्त बेड को सनिटाइज़ किया जाता है.
ऑक्सीजन की कालाबाजारी पर जयपुर झोटवाड़ा इकाई राष्ट्रीय मानवाधिकार ने उठाई आवाज
टीम के सदस्यों और न्यूज ब्रीथ ने चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती मरीजो के परिजनों से भी बात की और सुविधा और असुविधा के बारे में जाना और सभी वार्ड का निरिक्षण किया. शिकायत यही रही कि यहां वेक्सीन की सुविधा उपलब्ध नहीं है जिसकी रिपोर्ट सुरेश सिंह खानडी को दे दी गई है. राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन झोटवाड़ा इकाई ने चिरायु अस्पताल निदेशिका डॉ. मंजू चौधरी का आभार व्यक्त किया. बता दें, राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन झोटवाड़ा इकाई समाज सेवा में रत संगठन है और संगठन के सभी सदस्य तन-मन-धन से अपनी जिम्मेदारियों को परदे के पीछे रहकर कर रहे है.