मसूद अजहर की ढाल बना चीन, वैश्विक आतंकी घोषित करने पर वीटो किया
10 साल में चौथी बार आतंकी को बचाया, जैश सरगना है मसूद अजहर
जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के सरगना मसूद अजहर को चीन ने वीटो पावर के इस्तेमाल से वैश्विक आतंकी घोषित होने से बचा लिया। चीन ने पिछले 10 सालों में चौथी बार मसूर अजहर और पाकिस्तान का साथ देते हुए ऐसा किया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मसूर अजहर को वैश्विक आतंकियों की लिस्ट में डालने के प्रस्ताव पर पांचों सदस्यों में से अकेले चीन ने इस प्रस्ताव को गिरा दिया। अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने इस प्रस्ताव को पेश किया था। इससे पहले बुधवार को जर्मनी ने भी अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव पेश किया था। चीन ने तकनीकी आधार पर अडंगा लगाते हुए कहा है कि वह बिना सबूतों के कार्रवाई करने के खिलाफ है। चीन के इस फैसले के बाद भारत की विदेश मंत्री सुशमा स्वराज ने कहा है कि जब तक पाक आतंकियों पर कार्रवाई नहीं करता, तब तक कोई बातचीत नहीं होगी।
हालांकि मसूद पर चीन के वीटो से यूएनएससी के सदस्य और खासकर अमेरिका खासे नाराज हैं। अमेरिका ने चीन से गुजारिश की थी कि वह समझदारी से काम लें क्योंकि भारत-पाक में शांति के लिए मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करना जरूरी है लेकिन चीन अपने फैसले पर अड़ा रहा। चीन के इस रवैये पर यूएनएससी के सदस्यों ने कहा कि इस संबंध में अब अन्य कदम उठाए जा सकते हैं।
बता दें कि 2009, 2016 और 2017 में भी मसूद अजहर को इंटरनेशनल आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा गया था लेकिन हर बार चीन ने वीटो इस्तेमाल कर प्रस्ताव को गिरा दिया। 2009 में पहली बार भारत ने, दूसरी बार अमेरिका और तीसरी बार ब्रिटेन एवं फ्रांस ने मिलकर यह प्रस्ताव रखा था।