Maruti Suzuki S Cross: प्रिमियम क्राॅसओवर केटेगिरी में एक बड़ा कमबैक


प्लस पोइंट

  1. फीचर्स की लिस्ट काफी बड़ी है जिसमें आॅल एलईडी हैडलैंप्स, लैदर अपोहस्ट्री और क्रूज़ कंट्रोल जैसे फंक्षन शामिल हैं।
  2. एस क्राॅस का केबिन जितना बेहतर है उतनी ही इसकी राइडिंग क्वालिटी शानदार है। खासतौर पर उबड़-खाबड़ रास्तों पर पकड़ अच्छी है।
  3. एक्टीरियर दिखने में अच्छा है और एक प्रिमियम क्राॅसओवर का फील देता है।
    माइनस पोइंट
  4. एक क्राॅसओवर में 1.3 लीटर का इंजन पर्याप्त नहीं है। 1.6 लीटर का इंजन डिस्कन्टीन्यू करना उचित नहीं है।
  5. कम पावर का इंजन हाईवे पर उतनी बेहतर परफाॅर्मेंस देने में सक्षम नहीं है जितनी 120पीएस पावर वाला इंजन। 2व्हील ड्राइव सेटअप एवं सिंगल इंजन आॅप्षन एक बड़ा ड्राॅबैक कहा जाए तो कुछ गलत नहीं होगा।
  6. हैवी प्राइस टैग की प्रिमियम क्राॅसओवर में रियर एसी वेंट्स का न होना एक बड़ी भूल है।
    एक्सपर्ट रिव्यू
    मारूति सुजु़की ने अपनी प्रिमियम क्राॅसओवर को एक नए अंदाज और स्टाइल के साथ पेष किया है। नया फेसलिफ्ट वर्जन पहले से न केवल कहीं ज्यादा खूबसूरत है, राइडिंग क्वालिटी को भी बेहतर बनाने पर ध्यान दिया गया है। एक्सटीरियर को पूरी तरह से बदला गया है, खासतौर पर फ्रंट। बेहतर बनाने के लिए फ्यूल एफिषिन्सी पर भी ध्यान दिया गया है जिसके लिए एसएचवीएस टेकनोलाॅजी का इस्तेमाल हुआ है। कुछ मिलाकर नई एस क्राॅस एक सेडान और एसयूवी के बीच का स्पेस भरने में कामयाब हुई है।
    एक्सटीरियर
    एस क्राॅस का प्री-फेसलिस्ट वर्जन अच्छा था लेकिन डिजाइन के तौर पर उन्हें उतना आकर्षक नहीं बनाया गया जिसे पहली नजर में दिल में उतारा जा सके। लेकिन इस बार कंपनी ने इस बारे में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। इस बार एक्सटीरियर का मेकओवर पहली ही नजर में नोटिस होता है। सबसे ज्यादा बेहतर फ्रंट साइड में हुई है जहां पहले के मुकाबले बोल्ड और अग्रेसिव ग्रिल पहली नजर में आपका ध्यान खिंच पाने में कामयाब होती है। यहां सीधी खड़ी चैड़ी ग्रिल एक एसयूवी जैसा लुक देती है। रिडिजाइन बोनट और शार्प हैडलैंप्स डिजाइन पहले से काफी बेहतर है। फ्रंट बंपर पर प्लास्टिक क्लेडिंग एसयूवी डिजाइन से इंस्पायर है। ओवरआॅल कहा जाए तो यह नई डिजाइन एस क्राॅस के पुराने माॅडल से पूरी तरह अलग कही जाए तो कुछ गलत न होगा।
    साइड प्रोफाइल में नए व बड़े एलाॅय व्हील कुछ अलग फील देंगे। टेल लैंप्स पहले से अलग हैं और बूट पर एसएचवीएस बैज भी यहां पहली बार है। बाकी रियर में कुछ ऐसा नहीं है जो नयापन लिए हुए हो। पहले की तरह चुनने के लिए 5 कलर आॅप्षन हैं लेकिन इस बार अर्बन ब्लू की जगह नया नेक्सा ब्लू कलर विकल्प में है जिसे मारूति सुजु़की सियाज़ में पहले ही देखा जा चुका है।
    डायमेंषन की बात करें तो यह पहले से कहीं ज्यादा लंबी-चैड़ी है और सब-4मीटर प्रिमियम हैचबैच से निष्चित तौर पर बेहतर है। 4300एमएम लंबाई और 1785एमएम चैड़ाई के साथ यह एक एसयूवी जैसा ही लुक देगी। हुंडई क्रेटा से कंपेयर करें तो एस क्राॅस की लंबाई 30एमएम और चैड़ाई 5एमएम अधिक है। ग्राउण्ड क्लेरेंस को भी बेहतर से बेहतर बनाया गया जो इसके बड़े टायर्स की बदौलत है। 205/60आरटी16 टायर साइज के मुकाबले इस बार 215/60आरटी16 साइज का इस्तेमाल हुआ है जो ग्राउण्ड क्लेरेंस को पहले से बेहतर बनाता है।
    इंटीरियर
    एस क्राॅस 2018 के इंटीरियर की बात करें तो यहंा बात करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है। अगर आप प्री-फेसलिफ्ट वर्जन ड्राइव कर चुके हैं तो आपको यहां कोई खास फर्क दिखाई नहीं देगा। स्मार्ट इंस्ट्रूमेंट सिस्टम में एनराॅयड आॅटो कनेक्टिविटी, डेषबोर्ड पर बढ़िया प्लास्टिक टच और गेजेस्ट सब कुछ पहले जैसा है। एस क्राॅस का केबिन हमेषा से आरामदायक रहा है। लेकिन इस बार हैडरूम व लैगरूम दोनों को और भी बेहतर बनाया गया है फिर चाहे फ्रंट सीट पर हो या रियर सीट। रियर सीट पर तीन व्यक्ति कम्फर्ट होकर सफर कर सकते हैं। केबिन काफी स्पेसी है और बाहर का शोर अंदर खलल नहीं डाल पाएगा। आॅल ब्लैक थीम केबिन स्पोर्ट लुक लिए हुए है। केबिन में सिल्वर व क्रोम का इस्तेमाल काफी स्मार्ट तरीके से किया गया है जो केबिन का लुक बढ़ाता है।
    केबिन में कुछ बातों को छोड़कर सब कुछ ठीक ठाक है। ड्राइवर साइड में पावर विंडो के स्विच दिए हैं और इंस्ट्रमेंट बैकलाइट ओरेंज कलर में है। लैदर-रैप्ड स्टीयरिंग व्हील थोड़ा स्लिप होता है जिसमें सुधार हो सकता है। इस प्राइस टैग में रियर एसी वेंट्स एक अच्छा और बेहतर आॅप्षन साबित होता।
    परफाॅर्मेंस
    नई एस क्राॅस में पहले की तरह 1.3 लीटर का डीज़ल इंजन दिया है जो 90पीएस की पावर जनरेट करता है। इसके साथ 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिषन है। पुराने माॅडल में इस इंजन के साथ 1.6 लीटर वाला 120पीएस पावर इंजन भी उपलब्ध था जिसे बंद कर दिया गया है। एक प्रिमियम क्राॅसओवर में हैवी इंजन की कमी पूरी तरह खलती है। मारूति सुजु़की ने 1.3 लीटर इंजन के साथ एसएचवीएस टेकनोलाॅजी का इस्तेमाल किया है ताकि माइलेज बेहतर बनाया जा सके। इस तकनीक के साथ इलेक्ट्रिक मोटर के साथ हाईब्रिड इंजन का इस्तेमाल किया जा सकता है। फिर से 1.6 लीटर इंजन को याद करते हुए बताना चाहेंगे कि हाईवे पर इस इंजन को पक्का तौर पर मिस किया जाना चाहिए। लेकिन इसके बावजूद कम पावर इंजन एस क्राॅस को आसानी से 100 किमी के उपर की स्पीड तक पहुंचाने में कामयाब साबित होता है। गियर षिफ्टिंग स्मूथ है और क्लच लाइट है।
    राइड और हैंडलिंग
    नई एस क्राॅस की राइड व हैंडलिंग पहले से बेहतर कही जा सकती है। बड़े टायर्स ने रास्तों की पकड़ को पहले से अच्छा बनाया है। स्पेसी केबिन इस बार का हाईलाइट पोइंट है। सस्पेंषन सिस्टम ठीक है और आसानी से स्पीड बढ़ने के बाद भी बिगड़ने जैसा कुछ नहीं। अगर स्लो डाउन ड्राइव कर रहे हैं तो स्टीयरिंग व्हील थोड़ा हैवी हो सकता है और यू टर्न में और भी ज्यादा लेकिन स्पीड बढ़ाते ही या हाईवे पर यह पूरी तरह लाइटवेट और कम्फर्टेबल हो जाता है।

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