गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर का निधन, राष्ट्रीय शोक

63 साल के पर्रिकर कैंसर से पीड़ित थे, मोदी सहित अन्य नेताओं ने शोक जताया, गोवा में 7 दिन का राजकीय शोक

गोवा की भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षामंत्री मनोहर गोपालकृष्णन प्रभु पर्रिकर का 63 साल की आयु में निधन हो गया। पर्रिकर कैंसर से पीड़ित थे जिसका पता फरवरी, 2018 में चला। 6 महीने न्यूयॉर्क में इलाज कराने के बाद डॉक्टर्स ने जवाब दे दिया और वह देश लौट आए। उन्होंने अपनी अंतिम सांस तक केवल काम ही किया। अपनी सादगी से सभी को कायल कर देने वाले पर्रिकर दिन में 16-18 घंटे काम किया करते थे। यहां तक की अमेरिका में इलाज के दौरान भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए काम की मॉनिटरिंग करते रहते थे।देश के सभी बड़े नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्रिकर के निधन को कभी न पूरी होने वाली क्षति बताते हुए आज राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। आज शाम राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पीएम मोदी ने गोवा पहुंच उन्हें श्रद्धांजलि दी। बता दें, मई, 2001 में उनकी पत्नी मेधा का निधन भी कैंसर से ही हुआ था।

मनोहर पर्रिकर पहले ऐसे सीएम थे जो आईआईटी से पासआउट थे।

गोवा के गली बॉय के नाम से मशहूर मनोहर पर्रिकर के पास आईआईटी पास देश के पहले मुख्यमंत्री बनने का खिताब हासिल है। 1978 में उन्होंने आईआईटी मुंबई से मेटलर्जिकल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। 2001 में आईआईटी बोम्बे ने उनहें एल्यूमिनी अवॉर्ड से सम्मानित किया। लोग उन्हें स्कूटर वाला सीएम भी कहते हैं।

डॉ.मनोहर पर्रिकर 4 बार गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। पहली बार उन्होंने 2000 से 2002 तक गोवा की सत्ता संभाली। उसके बाद 2002 से 2005, तीसरी बार 2012 से 2014 और चौथी बार 14 मार्च,2017 से अब तक वह राज्य के सीएम रहे। उन्होंने ढाई साल 2014 से 2017 तक देश के रक्षामंत्री का पदभार भी संभाला। उन्होंने अपना पहला आम चुनाव 1991 में लड़ा लेकिन हार गए। 1994 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने पहली बार जीत दर्ज की। दूसरी ओर, कांग्रेस ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा को पत्र लिखकर गोवा में सरकार बनाने का दावा किया है।

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