कर्नाटक में सत्ता के लिए फिर शुरू हुआ जोड़ तोड़ का सियासी खेल

कर्नाटक। कर्नाटक में 7 महीने पहले बनी कांग्रेस-जेडीएस सरकार के किले में भाजपा ने सेंध लगाने की जुगत शुरू कर दी है। भाजपा के 104 विधायकों को गुरूग्राम में शिफ्ट किया गया है जबकि कांग्रेस के तीन विधायक मुंबई पहुंच गए हैं। ऐसे में सत्तारूढ़ पार्टियों ने भाजपा पर विधायकों के खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। हालांकि इन तीन विधायकों के समर्थन वापिस लेने के बाद भी सत्तारूढ़ सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन भाजपा के पास वर्तमान में 104 विधायक हैं। बहुमत के लिए 113 सदस्यों की दरकार है। ऐसे में भाजपा को सत्ता में वापसी के लिए केवल 9 विधायकों का समर्थन और चाहिए।

इधर पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी कांग्रेस पर भाजपा विधायकों को खरीदने का आरोप लगा मामले को और भी गंभीर बना दिया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने मुंबई में अपने तीन विधायकों को ठकराया है। इन पर पाला बदलने का संदेह है। वहीं भाजपा ने सभी 104 विधायकों को गुरूग्राम के मेवात वावडू स्थित आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में ठहराया है। इन सभी को किसी से भी मिलने नहीं दिया जा रहा है।

बता दें, राज्य में 7 महीने पहले ही कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन की सरकार बनी है। कुल 224 में से कांग्रेस को 80, जेडीएस को 37 और भाजपा को 104 सीटे मिली हैं। 3 सीटे अन्य के पाले में गई है।