इस साल का पहला सप्ताह नारी शक्ति के नाम, जानिए उन महिलाओं के बारे में जिन्होंने गाडे झंडे

  • बात करेंगे कला जगत, राजनीति, नवाचारव खेल जगत की नारी शक्ति के बारे में, शुरुआत जयपुर की आर्टिस्ट नीरू छाबड़ा से

NewsBreatheTeam. नमस्कार दोस्तो. सभी को नए साल की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं. कामना करते हैं कि साल 2021 आप सभी के जीवन में खुशियां और सुख समृद्धि लाए. चूंकि साल की शुरुआत है इसलिए न्यूज़ ब्रीथ इस साल के पहले सप्ताह को समर्पित करता है नारी शक्ति के नाम.. क्योंकि हमारा है कि नारी के बिना संसार में कुछ भी संभव नहीं. साल के पहले सप्ताह में प्रतिदिन हम नारी शक्ति की कुछ कहानियों के बारे में बताएंगे जिनमें कला जगत, राजनीति, नवाचार, सामाजिक व खेल जगत के साथ साथ नारी शक्ति की सूझबूझ और साहसिक कारनामों के बारे में बताया जाएगा.

आज नारी शक्ति की पहली कड़ी में बात करेंगे कला जगत की ऐसी महिला के बारे में जिसने अपनी कला के ऐसे झंडे गाडे कि भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ साथ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने व्हाइट हाउस से इन्हें प्रशंसा पत्र लिखा. ये हैं जयपुर (राजस्थान) की स्टेट व नेशनल अवार्डधारी नीरू छाबड़ा. आप ब्रुश से चावल पर लिखने एवं कलाकृतियां बनाने वाली पहली भारतीय महिला कलाकार है.

नीरू छाबड़ा सूक्ष्म लेखन आर्टिस्ट हैं. 20 फरवरी, 1956 को जन्मी कला जगत की जानी मानी हस्ती नीरू छाबड़ा बेहद सूक्ष्म शब्दों के जरिए आप चावल के दानों पर एक कैनवास का रूप देने में सक्षम हैं. उनकी इस कला के लिए पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने उन्हें सम्मानित किया था.

चावल के दाने पर 108 अक्षर लिखने वाली देश की पहली महिला नीरू छाबड़ा ने राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स से ड्राइंग एवं पेंटिंग में डिप्लोपा किया है. नीरू छाबड़ा को 1994-95 में स्टेट अवॉर्ड और 2004-05 में राष्ट्रीय अवॉर्ड मिल चुका है. आप राजस्थान राष्ट्रीय भाषा प्रचार समिति की अध्यक्ष भी हैं.

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आज से करीब 36 साल पहले 1984 में नीरू छाबड़ा ने अपने इस हुनर को आजमाना शुरु किया और महारथ हासिल की. आपके अनुसार, ‘बचपन में लोगों के बारे में सुना हुआ था कि वो चावल पर कलाकृतियां बनाते हैं तो मैंने भी कोशिश की.’ थोड़े ही सालों में नीरू छाबड़ा ने वो कर दिखाया जिसने नारी शक्ति को एक नई पहचान दिलाने में भागीदारी निभाई. आपकी श्रेष्ठ कलाकृतियों में भक्तामर स्त्रोत, अनेकता में एकता, मेरा भारत महान आदि शामिल हैं.

नीरू छाबड़ा ने 2015 में शहीद दिवस पर ​अहिंसा का संदेश चावल के दानों पर लिखकर फिर सुर्खियां प्राप्त की. वे चावल के दानों पर गणेश मंत्र लिखने का कारनामा भी कर चुकी हैं. बीते साल लॉकडाउन के दौरान जनता कर्फ्यू का संदेश लिख उन्होंने एक जागरुकता देने का प्रत्यन्न किया. हाल में आपने 131 चावलों पर ‘मंगल भावना’ भी लिखी है.

नीरू छाबड़ा की कलाकृतियों को देखकर भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी उनकी सराहना की. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन तो उनकी कलाकृतियों से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने व्हाइट हाउस से आपको प्रशंसा पत्र लिखा. एक बार फिर बताते चलें, नीरू छाबड़ा ब्रुश से चावल पर लिखने एवं कलाकृतियां बनाने वाली पहली भारतीय महिला कलाकार हैं.

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