कोरोना वैक्सीन असरदार..न कि बेकार, दौसा के डॉ.कुलदीप सिंह की टीम ने पेश की नज़ीर

  • वैक्सीनेशन को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म, बहाने बनाकर बचने की कोशिश कर रहे नर्सिंगकर्मी, वहीं सिकराय ब्लॉक के स्वास्थ्य केंद्र के सदस्यों ने दिखाया हौसला

NewsBreathe/Rajasthan. ‘हम कोरोना वैक्सीन टीका नहीं लगावाएंगे क्योंकि हम पहले ही संक्रमित हो चुके हैं..’ या फिर क्या कोरोना वैक्सीनेशन सेफ है…? इस तरह की अनगिनत धारणाएं और सवाल लोगों को गफलत में डाले हुए हैं कि वैक्सीन लगवाएं या नहीं. देश में कोविड से प्रोटेक्शन के लिए कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination in India) शुरू हो गया है और कोरोना वॉरियर्स को लगाई जा रही हैं लेकिन इस बीच ऐसे लोगों की कमी नहीं, जो वैक्सीन के नाम से ही डर जा रहे हैं. खुद नर्सिंग कर्मियों में भी वैक्सीन लगवाने को लेकर एक राय नहीं हैं. कुछ तो छुट्टियों का बहाना कर वैक्सीनेशन से बचने की कोशिश में हैं. वहीं दौसा के डॉ.कुलदीप सिंह वर्मा की टीम के सभी सदस्यों ने कोरोना वैक्सीन लगवाकर एक मिसाल पेश की है और कर दिखाया है कि डर के आगे जीत है.

बात हो रही है दौसा के सिकराय ब्लॉक के राजकीय आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (गांव गढ़) की, जहां मेडिकल स्टाफ की पूरी टीम ने कोरोना वैक्सीन लगवाकर सभी तरह की अफवाह को झूठ करार दिया. यहां तक कि राजकीय आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज (MOIC) डॉ.कुलदीप सिंह वर्मा ने खुद सबसे पहले वैक्सीन लगवाकर न केवल एक नज़ीर पेश की है, साथ ही साथ वैक्सीनेशन के बारे में फैल रही गफलतों को अफवाह मात्र करार दिया. डॉ. सिंह के वैक्सीन लगवाने के बाद MNII राकेश जोशी ने उनका गुलाब देकर और माल्यार्पण कर स्वागत किया. देखें वीडियो…

राजकीय आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के MNI विनोद गर्ग, MNII राकेश जोशी, ANM सीमा सेन, ANM श्रीमति कुसुम, सुपरवाइजर धर्मेंद्र हलदेनिया (PHS) के साथ मोहित शर्मा ने भी कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाया है और एक मिसाल कायम करने में सहयोग प्रदान किया है. वैक्सीन लगवाने के बाद सभी सदस्यों ने एक दूसरे को माला पहनाकर सम्मानित भी किया.न्यूज़ ब्रीथ की टीम से फोन पर बात करते हुए डॉ.कुलदीप सिंह वैक्सीनेशन को लेकर चल रही अफवाहों को भी नकारा और सभी नर्सिंगकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी और कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन लगवाने की सलाह दी. डॉ.सिंह ने कहा कि कोविशिल्ड का किसी भी तरह का कोई साइड इफेक्ट अभी तक देखने को नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह सेफ है, साथ ही अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील भी की है.

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दौसा की डॉ.कुलदीप एंड टीम की जितनी भी तारीफ की जाए, उतनी ही कम है. इन सभी का ये प्रयास अन्य मेडिकल स्टाफ को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करेगा. वैसे आज वैक्सीनेशन का 7वां दिन है और रुझानों में जैसा कि सामने आया है, 56 फीसदी नर्सिंगकर्मियों ने वैक्सीन लगवाई है. मुख्य वजह जो सामने आ रही है, वो ये है कि अधिकांश वैक्सीन लगवाने वालों के 28 दिन पूरे होने का इंतजार कर रहे हैं. वे इस इंतजार में हैं कि जब उनमें साइफ इफेक्ट नहीं होगा और वे सेफ होंगे तो फिर वैक्सीनेशन के लिए आगे आएंगे.

भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा सभी को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसके बावजूद आंध्र प्रदेश के गुंटुर जिले के सरकारी अस्पताल में एक आशा कार्यकर्ता और हरियाणा के गुरुग्राम जिले के भांगरोला के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत महिला स्वास्थ्यकर्मी की वैक्सीनेशन के बाद मौत ने अफवाहों का बाजार गर्म कर दिया है. हालांकि दोनों की मेडिकल रिपोर्ट में मौत की वजह वैक्सीनेशन नहीं बताई गई है. ऐसे में न्यूज़ ब्रीथ अन्य कोरोना योद्धाओं से मार्मिक अपील करता है कि वैक्सीनेशन से घबराएं नहीं बल्कि दौसा की इस मेडिकल टीम की तरह ही शान से कहें ‘डर के आगे जीत है.’

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