कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाली मीराबाई चानू कौन हैं!

NewsBreathe_Special. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दूसरे दिन भारत को स्वर्णिम कामयाबी हासिल हुई है। मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग इवेंट के 49 किलो भारवर्ग में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता। मीराबाई, आप देश का सम्मान हैं। हर एक भारतवासी का सर ऊंचा करने के लिए शुक्रिया।

भारत सरकार द्वारा ‘पद्म श्री’ से सम्मानित मीराबाई चानू को आज कौन नहीं जानता। 2018 में उन्हें भारत के सर्वोच्च खेल पुरस्कार ‘राजीव गाँधी खेल रत्न’ से भी नवाज़ा गया था।
लेकिन मीराबाई की यह सफलता जितनी दमदार है, इसके पीछे का उनका सफर भी उतना ही संघर्षों से भरा हुआ है।

मीराबाई चानू का जन्म मणिपुर के इंफाल स्थित नोंगपोक काकचिंग गांव में हुआ था। उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। अपने माता-पिता की मदद करने के लिए उन्होंने बचपन से ही मेहनत करना शुरू कर दिया था।
वह अपने भाई के साथ पहाड़ों पर लकड़ियां चुनतीं, उसका गट्ठा उठाकर नीचे लातीं और उन्हें बेचकर कुछ पैसे आ जाते। शायद यही से उनकी ट्रेंनिंग शुरू हो गयी थी।

एक बार उनके भाई सांतोम्बा ने एक इंटरव्यू में कहा था, “एक दिन मैं लकड़ियों का गट्ठा नहीं उठा पाया, लेकिन मीरा ने उसे आसानी से उठा लिया और वह उसे लगभग 2 किमी दूर हमारे घर तक ले आई। तब वह सिर्फ 12 साल की थी।”

आने वाले वर्षों में सौभाग्यवश, मीराबाई को कोच के रूप में कुंजरानी देवी मिलीं, जो खुद भी एक वेट लिफ्टर हैं। उनके मार्गदर्शन ने मीराबाई को एक नई पहचान दी।

आज मीराबाई का वर्षों का संघर्ष उनकी जीत बनकर उभर आया है और कितनी खूबसूरत है यह जीत।

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