देश के सबसे बड़े डबल डेकर ब्रिज ‘बोगीबील पुल’ पर फाइटर जेट भी कर सकेंगे लैंड
असम। देश का सबसे बड़ा डबल डेकर ब्रिज बोगीबील पुल आम जनता के आवागमन के लिए चालू कर दिया गय है। यह ब्रिज असम के ब्रह्मपुत्र नदी पर बना है जो देश का सबसे लंबा रेल रोड पुल है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पुल का उदघाटन किया। बोगीबील पुल की नीव पूर्व प्रधानमंत्री एचपी देवगौड़ा ने 22 जनवरी, 1997 को रखी थी। इसके बाद कुछ सालों के लिए यह काम थम गया। बाद में 21 अप्रैल, 2002 को वाजपेयी सरकार में फिर से इस पुल का काम शुरु हुआ। इस पुल के निर्माण में कुल 5,960 करोड़ रुपय खर्च हुए हैं।
क्या है खास बोगीबील पुल में
इसके नीचे के डेक पर दो रेल ट्रैक हैं और उपर के डेब पर तीन लेन की सड़क। रेल ट्रैक पर 100 किमी की रफ्तार से ट्रेन दौड़ सकेंगी। इस पर इमरजेंसी में फाइटर जेट भी लैंड कर सकेंगे। डिब्रूगढ़ व धेमाजी जिलों को जोड़ने वाला यह 4.94 किमी लंबा यह पुल देश का एकमात्र वेल्डेड पुल है जो 7 की तीव्रता के भूकंप को भी छेल सकने में सक्षम है।
फायदा क्या होगा
बोगीबील पुल ब्रह्मपुत्र घाटी के उत्तरी व दक्षिणी सिरे को जोड़ेगा। पहले धेमाजी से डिब्रूगढ़ की 500 किमी दूरी तय करने में 34 घंटे लगते थ लेकिन अब यह सफर केवल 100 किमी का होगा और समय केवल 3 घंटे लगेगा। डिब्रूगढ़ से ईटानगर सड़क मार्ग से 150 व रेल मार्ग से 705 किमी की दूरी कम हो गई है। भारत-चीन सीमा पर सेना के मूवमेंट में भी यह पूल मददगार साबित होगा।