रमेश बिधूड़ी कितनी बेशर्मी से महिलाओं का अपमान कर देते हैं!
इस तरह के शर्मनाक बयान किसी राजनेता के मुंह से तो छोड़िए, किसी सड़कछाप के मुंह से भी अच्छे नहीं लगेंगे और ये अपने आपको जनता का सेवक कहते हैं.
NewsBreathe. रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri), कालकाजी से आतिशी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को चुनौती देने वाला विपक्ष का एक बड़ा चेहरा. तीन बार के विधायक और दो बार के सांसद. एक बड़ा गुर्जर चेहरा लेकिन सोच दो पैसे की भी नहीं. ऐसा हम रमेश बिधूड़ी के लिए नहीं, बल्कि उनके द्वारा किए और कहे जा रहे कृत्यों पर के लिए कह रहे हैं. बिधूड़ी ने हाल में कहा – ‘दिल्ली की सड़कें मैं प्रियंका गांधी के गाल जैसी बना दूंगा.’ उन्होंने कहा कि लालू ने वादा किया था कि बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी के गालों जैसा बना दूंगा, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, कालकाजी में सारी की सारी सड़कें प्रियंका गांधी के गाल जैसी बना दूंगा.
विरोध हुआ तो उन्होंने माफी मांग ली. हालांकि माफी मांगने में भी उनकी निर्लज्जा स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही थी. रमेश बिधूड़ी ने कहा, ‘मैंने कोई विवादित बयान नहीं दिया है. कांग्रेस को बयान पर ऐतराज है तो पहले लालू यादव से कहे कि वह हेमा मालिनी से माफी मांगें, क्योंकि उन्होंने भी इस तरह का बयान दिया था.’
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विवाद बढ़ा तो सफाई देते हुए कहा – मैंने यह बात लालू यादव की कही बातों के संदर्भ में कही है. कांग्रेस उस समय भी चुप रही जब लालू यादव उनकी सरकार में मंत्री थे. अगर मेरी बात से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं.
यहां अभी मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था और रमेश बिधूड़ी जी की कड़वी बांसूरी फिर से बजने लगी. कुछ देर बाद रमेश बिधूड़ी ने एक सभा में कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने अपना बाप बदल लिया है. वे मार्लेना से सिंह बन गई हैं. इस पर आतिशी फूट फूटकर रोने लगी. सियासत एक जगह है, चुनावी बयानबाजी और प्रचार कार्य अपनी जगह है लेकिन इस तरह के शर्मनाक बयान किसी राजनेता के मुंह से तो छोड़िए, किसी सड़कछाप के मुंह से भी अच्छे नहीं लगेंगे और ये अपने आपको जनता का सेवक कहते हैं.
हालांकि कुछ देर बाद उन्होंने एक सभा में कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने अपना बाप बदल लिया है. वे मार्लेना से सिंह बन गई हैं.
यह लेखक के अपने निजी विचार हैं।
– राहुल जैमन