शायद वो भूल गए कि जयपुर से महंगा डीजल पेट्रोल तो भोपाल में मिलता है : मुख्यमंत्री

सीएम गहलोत ने किया गृह मंत्री पर करारा हमला, अगले चुनाव में चेहरा साफ न करने पीकर हंसी उड़ाई, हर साल 2 करोड़ नोकरी की दिलाई याद

Newsbreathe_news. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जोधपुर में की गई जान सभा और सरकार पर लगे आरोपों पर पलटवार करते हुए अमित शाह के आरोपों को झूठ एवं हास्यास्पद बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘शायद वो भूल गए कि जयपुर से महंगा डीजल पेट्रोल तो भाजपा शासित मध्य प्रदेश के भोपाल में मिलता है। राजस्थान में प्रदेश सरकार ने जनवरी 2021 में वेट कम किया गया, नवंबर 2021 में वेट कम किया गया। इसके अलावा जब एक्साइज में मोदी सरकार ने कटौती की तो दोनों बार स्वतः स्टेट का वैट कम हुआ। राज्य को स्टेट बैट में कटौती से अभी तक 7500 करोड़ की आर्थिक हानि हुई है। उन्हें जवाब देना चाहिए कि बीते तीन महीने में क्रूड ऑइल 27% सस्ता हुआ है परन्तु केन्द्र सरकार ने डीजल पेट्रोल के दाम कम क्यों नहीं किए है जबकि जब क्रूड ऑइल के दाम बढ़ते हैं तो तुरंत दाम बढ़ाते हैं।’

सीएम गहलोत ने कहा कि गृहमंत्री के तौर अमित शाह के भाषण में तथ्यात्मक बातें होने चाहिए थी लेकिन भाजपा नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने उन्हें झूठे तथ्य पकड़ा दिए। आश्चर्य की बात है कि अमित शाह ने ERCP को लेकर एक शब्द अपने मुख से नहीं निकाला।

पलटवार जारी रखते हुए राजस्थान सरकार के मुखिया ने कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा को जो समर्थन मिल रहा है, उससे बीजेपी पूरी तरह बोखला गई है। मैंने पहले भी कहा है कि जैसे जैसे ये यात्रा आगे बढ़ेगी वैसे वैसे भाजपा की बोखलाहट बढ़ती जायेगी और जो बयान गृहमंत्री अमित शाह ने दिया वो उसी बोखलाहट का प्रतीक है।’

मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार द्वारा युवाओं से किये वादों की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा, ‘अमित शाह बताएं कि जो 2 करोड़ नौकरी हर साल देने की बात की थी उसमें से कितनी नौकरी वो दे चुके हैं। अभी कुछ दिन पहले आकड़े सामने आए कि 22 करोड़ लोगों ने केन्द्र सरकार से नौकरी के लिए आवेदन किया और सिर्फ 7 लाख लोगों को नौकरी मिली।’

सीएम गहलोत ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने चिरंजीवी योजना शुरू की है जिसमें राजस्थान के हर परिवार को 10 लाख रुपये तक का कैशलेस बीमा तथा 5 लाख रुपये का दर्घटना बीमा मिल रहा है जो पूरे देश में अन्य किसी राज्य नहीं है। शाह कहते हैं कि पिछली सरकार ने किसानों को 1000 रुपये सब्सिडी दी। पूर्ववर्ती सरकार ने आचार संहिता लगने के एक दिन पहले घोषणा की थी कि किसानों को 833 रुपये प्रति महीने की सब्सिडी दी जाएगी पर इसका कोई वित्तीय प्रावधान नहीं था और ये केवल हवाई घोषणा थी। इसके उलट हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना शुरू कर किसानों को 1000 रुपये प्रति वर्ष सब्सिडी दी है जिससे करीब 8 लाख किसानों का बिजली बिल शून्य हो गया है। अमित शाह ने कहा कि वसुंधरा राजे की सरकार ने 50,000 तक की कर्जमाफी की। 2018 के चुनावी साल में बीजेपी सरकार ने सहकारी बैंकों से किसानों के 50,000 रुपये तक के कर्जमाफ करने की घोषणा की जिसके लिए 8000 करोड़ रुपये की जरूरत थी परन्तु बीजेपी सरकार सिर्फ 2000 करोड़ का ही प्रावधान किया था। इस घोषणा के बाकी 6000 करोड़ रुपये हमारी सरकार ने चुकाए।

राजस्थान में आगामी चुनाव में कोई मुख्यमंत्री कोई चेहरा न सामने लाने को लेकर भी मुख्यमंत्री ने अमित शाह की हंसी उड़ाई है।