बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में पहली बार गूंजी ‘ऐ मेरे वतन के लोगों…’ की धुन
- बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी में ड्रोन शो करने वाला चौथा देश बना भारत, समारोह से गायब रहा महात्मा गांधी का पसंदीदा भजन ‘अबाइड विद मी’
NewsBreathe. आजादी के 75 साल पूरे होने पर इस साल सेरेमनी ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया गया, जो शनिवार को बीटिंग रिट्रीट (beating retreat ceremony) के साथ 73वें गणतंत्र दिवस का समापन हुआ। इस समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में पहली बार लता मंगेशकर का गाया गीत ऐ मेरे वतन के लोगों भी बजाया गया। इसे 1963 में कवि प्रदीप ने लिखा था।
बीटिंग रिट्रीट (beating retreat ceremony) सप्ताह भर चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोह के समापन का प्रतीक है। इस दौरान राष्ट्रपति सेनाओं को अपनी बैरकों में लौटने की इजाजत देते हैं। इसी के साथ गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हो जाता है। बीटिंग रिट्रीट की शुरुआत भारत में 1950 के दशक में हुई थी। पहले ये 24 जनवरी से शुरू होता था, लेकिन 2022 से यह नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती यानी 23 जनवरी से मनाया जा रहा है। इस बार सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाई जा रही है।
दिल्ली के विजय चौक पर चल रहे बीटिंग रिट्रीट (beating retreat ceremony) में सबसे खास ड्रोन शो रहा। 1000 ड्रोन के जरिए आसमान पर आजादी के अमृत महोत्सव की तस्वीर उकेर दी गई। 1000 ड्रोन ने आकाश में तिरंगे रंग को रोशन किया। ड्रोन शो के दौरान ग्लोब पर भारत का नक्शा दिखाया गया।
10 मिनट के शो के बाद भारत दुनिया का चौथा देश बन गया, जिसने बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी (beating retreat ceremony) में ड्रोन शो किया। इसके पहले यूके, रशिया और चाइना ने इसे किया था। इन सभी ड्रोन को बोटलैब डायनेमिक्स ने आईआईटी दिल्ली और डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की मदद से तैयार किया।
शाम 5 बजे बीटिंग द रिट्रीट समारोह (beating retreat ceremony) की शुरुआत हुई, जिसके लिए 46 घुड़सवारों के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का काफिला राष्ट्रपति भवन से विजय चौक पहुंचा। राष्ट्रपति के स्वागत के लिए पीएम मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सबसे पहले पहुंचे। इनके अलावा आर्मी चीफ एमएम नरवणे, नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार और एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी मौजूद रहे।
बीटिंग रिट्रीट के लिए 26 धुनों की लिस्ट बनाई गई। समारोह की शुरुआत बिगुल पर फैनफेयर गीत के साथ हुई। इनमें ‘केरल’, ‘हिन्द की सेना’ और ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ की धुन को मुख्य तौर पर शामिल किया गया।
महात्मा गांधी के पसंदीदा भजन की धुन ‘अबाइड विद मी’ एक बार फिर बीटिंग रिट्रीट (beating retreat ceremony) में सुनाई नहीं दी। इसे महात्मा गांधी की पुण्यतिथि से एक दिन पहले 29 जनवरी को होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह के आखिर में बजाया जाता था। 1950 से लगातार इस धुन को बीटिंग रिट्रीट में बजाया जाता रहा है, लेकिन 2020 में पहली बार इसे समारोह से हटा दिया गया। इस पर काफी विवाद होने के बाद साल 2021 में इसे फिर से समारोह में शामिल कर लिया गया था लेकिन यह दूसरी बार है जब इसे बीटिंग रिट्रीट से हटाया गया है।