केंद्र सरकार फिर से दोहरा रही है पुरानी गलती! सबक नहीं लिया या बने हुए हैं अनजान!

  • केंद्र की मोदी सरकार अब तक दो साल पहले की गई अपनी भारी भूल को सुधारना नहीं चाहती…इसके राजनीतिक मायने अगर सरकार निकालना चाह रही है तो ये बात अलग है

NewsBreathe_Special. लगता है कि केंद्र की मोदी सरकार (Narendra Modi Government) अब तक दो साल पहले की गई अपनी भारी भूल को सुधारना नहीं चाहती. इसके राजनीतिक मायने अगर सरकार निकालना चाह रही है तो ये बात अलग है. कोरोना वायरस के कहर को दो साल ढोने के बाद भी सरकार या अपनी पुरानी गलती को दोहरा रही है या फिर ये कहा जाए कि उससे भी कोई सबक नहीं लिया और अनजान बन रही है तो बात अलग है.

यहां बात हो रही है देश में मड़रा रहे कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन‘ की. देश में पिछले कुछ दिनों में 32 से अधिक केस इस वेरिएंट के पहचाने जा चुके हैं जबकि कोरोना के पिछले 24 घंटे में 8,439 नए मामले सामने आए हैं. 195 मौतें भी इस दौरान हुई है. ये भी बता दें कि कोरोना का नया ओमिक्रॉन वेरिएंट किसी को भी नहीं छोड़ रहा. न वैक्सीनेट व्यक्ति को और न ही बच्चों को. नए पाए गए 7 में से चार व्यक्ति वैक्सीनेट हैं और दोनों डोज ले चुके हैं. एक बच्ची भी संक्रमित हुई है.

अब सवाल उठता है कि सरकार (Narendra Modi Government)  की किसमें क्या गलती? दरअसल जो बच्ची ओमिक्रॉन से संक्रमित हुई है, उसी परिवार के 6 सदस्य भी इसी से संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें महिला का भाई और उसकी दो बेटियां शामिल है. केवल संपर्क में आने से बच्ची चपेट में आई है. महिला के संपर्क में आने वाले 22 कोरोना संक्रमित मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराया गया है जिनकी रिपोर्ट आना बाकी है.

दरअसल एक महिला नाइजीरिया से पिंपरी चिंचवाड़ अपने भाई से मिलने आई थी. इसी महिला के संपर्क में आने से ये सभी संक्रमित हुए हैं. अन्य मामलों में तंजानिया, यूके और दक्षिण अफ्रीका के नैरोबी से मुंबई आए थे और ये सभी संक्रमित मिले हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

सबसे चिंताजनक बात यह है कि नए संक्रमितों में धारावी का रहने वाला एक शख्स भी शामिल है. यह शख्स मस्जिद का मौलाना है और तंजानिया से यहां आया था. मिली जानकारी के अनुसार, इसने वैक्सीन की कोई डोज नहीं ली थी. अब सवाल ये उठता है कि जब इसने वैक्सीन की डोज नहीं ली तो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इस शख्स को रोका क्यों नहीं गया.

बच्चों को भी चपेट में ले रहा कोरोना का नया वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’

खैर..ये इतना बड़ा नहीं है. सवाल ये है कि जब भारत में ये वायरस शक्ल बदलकर फिर से फैलने की फिराक में है तो क्यों एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल फ्लाइट को आने जाने दिया जा रहा है?

आपको याद होगा कि 2020 में होली से करीब 10 दिनों पहले माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi Government)  ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि होली मनाते समय भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें क्योंकि कोरोना वायरस का खतरा देश में बढ़ रहा है. जब सरकार को ये पता था कि कोरोना देश में आ चुका है, उसके बाद भी इंटरनेशनल फ्लाइट की आवाजाही देश के एयरपोर्ट में बेरोक टोक होती रही.

इसी कड़ी में देश की राजधानी दिल्ली में निज़ामुद्दीन इलाके में स्थित तबलीगी जमात के मरकज़ में 15 से 20 हजार लोगों का जमावड़ा पकड़ा गया जिसमें से अधिकतर लोग देश के बाहर से यहां शामिल होने आए थे. इनमें से कुछ देश के कई अलग अलग हिस्सों में पहुंचे और यहीं से देश में कोरोना संक्रमण का प्रचार प्रसार शुरू हुआ.

इसी बीच मध्य प्रदेश में सरकार के कुछ विधायक इस्तीफा देने पहुंच गए. इन सभी को प्राइवेट प्लेन से ही कर्नाटक पहुंचाया गया था. तब भी सरकार नहीं चेती! ऐसा इसलिए क्योंकि यहां राजनीतिक मुद्दे गर्माए हुए थे. इधर शिवराज सिंह चौहान ने एमपी के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की, वहीं माननीय प्रधानमंत्री ने देश में लॉकडाउन की घोषणा कर दी.

खैर..ये राजनीतिक मुद्दे हैं और हम गहराई तक नहीं जाना चाहते. बस बात ये है कि…

  1. जब देश में कोरोना के नए खतरे का आगाज हो चुका है तो सरकार क्यों नहीं चेत रही?
  2. क्यों इंटरनेशनल फ्लाइट की आवाजाही नहीं रोकी जा रही?
  3. क्यों एयरपोर्ट पर वैक्सीन की डोज न लेने वालों को प्रवेश दिया जा रहा है?

सवाल यहीं खत्म नहीं होते लेकिन इन पर ही अमल कर लिया जाए तो काफी होगा.

हमारे इस लेख पर कुछ लोगों को आपत्ति हो सकती है लेकिन अगर ये मामला बिगड़ा तो देश में तीसरा लॉकडाउन लगने से कोई रोक नहीं पाएगा. एक करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगार हो चुके हैं, गैस सिलेंडर 400 से 1000 रुपये पर पहुंच गया है, पेट्रोल 72 से 117 के पार जा चुका है, खाद्य तेल 120 से 250 तक पहुंच चुका है, सब्जियां और फल आसमान छू रहे हैं. (Narendra Modi Government)

इतने के बाद भी अगर कुछ लोगों को हमारे इस लेख से आपत्ति है तो बाद में स्थिति वही बनेगी ‘अब पछताए क्या होत…जब चिड़िया चुग गई खेत’.