संभल जाइए..कहीं राजस्थान में जल्दी न लग जाए लॉकडाउन-2

  • बीते दिन में 5528 नए मरीज और 28 लोगों की हुई मौत, सोमवार को रिकॉर्ड 5771 नए मरीज, बढ़ते कोरोना के चलते महाराष्ट्र में लग चुका है 15 दिन का लॉकडाउन-2

NewsBreatheSpecial. देश में कोरोना का कहर अब तेजी से पांव पसार रहा है. राजधानी दिल्ली और यूपी के बाद अब राजस्थान में भी कोरोना भयावह होता दिख रहा है. पिछले लगातार 5 दिनों से राज्य में कोरोना के मामले 5 हजार से अधिक हैं. सोमवार को रिकॉर्ड 5771 नए रोगी सामने आए और 25 की मौत हुई. मंगलवार को नए मरीजों की संख्या 5528 रही जबकि रिकॉर्ड 28 लोगों ने अपनी जान गंवाई. सरकार और सरकारी महकमा तो अपना काम कर रहा है लेकिन लोगों की लापरवाही और नासमझी राजस्थान को धीरे धीरे महाराष्ट्र के नक्शे कदम पर लाकर खड़ा कर रही है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो मजबूरन राजस्थान में लॉकडाउन-2 लगाना पड़ सकता है. याद दिला दें कि पिछले साल सबसे पहले लॉकडाउन की शुरूआत राजस्थान से ही हुई थी जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना के मामले बढ़ते देख 7 दिनों का लॉकडाउन लगाया था. इसके एक दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 23 मार्च को देश में लॉकडाउन की घोषणा कर दी. (Rajasthan ki khabar)

इस समय देश में कोरोना से सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र के मुंबई शहर की है. यहां एक ही दिन में करीब 7 हजार कोरोना के मामले सामने आए और 43 लोगों की महामारी से मौत हुई. शहर की 919 इमारतें पूरी तरह से सील है. आज रात 8 बजे से महाराष्ट्र में सख्त पाबंदियां लागू होंगी और जरूरी सेवाओं को छोड़कर अगले 15 दिनों तक लॉकडाउन जैसी स्थितियां रहेंगी. राज्य भर में धारा 144 लागू कर दी गई है. सभी परीक्षाओं को टाल दिया गया है. हालांकि पूरी तरह से लॉकडाउन नहीं रहेगा लेकिन सभी निजी दफ्तरों सहित स्कूल, कॉलेज, थिएटर, ग्राउंड, पार्क जिम आदि बंद रहेंगे. स्थितियां नहीं सुधरी तो लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है.

कुछ ऐसा ही हाल राजस्थान (Rajasthan) का भी है. कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ती जा रही है. कोरोना की तेज रफ्तार की तुलना करें तो ये पिछले साल की तुलना में भी अधिक है. राजस्थान में एक्टिव मरीजों की संख्या 40 हजार से अधिक है जबकि अब तक करीब तीन हजार लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे अधिक कोरोना मरीजों के मामले में राजस्थान टॉप 10 में शामिल है. ​एक्टिव मरीजों के मामले में तो राज्य का छठा स्थान है जो डराने वाले आंकड़े हैं.

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सरकार ने रोजी रोटी के चक्कर में लॉकडाउन लगाने से मना कर दिया है लेकिन लोगों की नामसमझी खुद के साथ साथ दूसरों को मौत के मुंह का काम कर रहे हैं. बाजार में सख्ती के बावजूद मास्क और सोशल डिस्टिेंसिंग से लोगों का डिस्टेंस बढ़ता जा रहा है. दुकानों और बाजारों खासतौर पर चौकटियों पर लोगों का जमावड़ा कहीं भी देखा जा सकता है.

मौजूदा समय में देश में 13.48 लाख एक्टिव मरीज हैं. करीब पौने लाख लोगों की महामारी से मौत हो चुकी है. मंगलवार को मौत का आंकड़ा 1025 रहा. राजस्थान में अगर यही हालात रहें तो वो दिन दूर नहीं जब यहां भी मुंबई और महाराष्ट्र जैसे हालात होंगे और लॉकडाउन-2 लगाना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मजबूरी बन जाएगी. न्यूज ब्रीथ सभी आम जन से मास्क, सोशल डिस्टेंस और सावधानी रखने की अपील करता है क्योंकि सावधानी ही कोरोना से सबसे बड़ा बचाव है.

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