रीट-2021 लेवल-1 से बाहर हुए बीएडधारी, 11 जनवरी से भरे जाएंगे आवेदन
- बीएसटीसी अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत, राजस्थान के पाठ्यक्रम को मिलेगी अतिरिक्त वरियता, रीट-2021 में कॉमर्स के छात्र भी होंगे शामिल
NewsBreatheTeam. राजस्थान सरकार ने रीट-2021 को लेकर एक बड़ा ऐलान करते हुए रीट-2021 के लेवल-1 से बीएडधारियों को बाहर कर दिया है. अब आगामी रीट L-1 की परीक्षा में केवल बीएसटीसी वाले अभ्यर्थी ही भाग ले पाएंगे. बीएसटीसी अभ्यर्थियों की लंबे समय से ये मांग चल रही थी जिसे अब गहलोत सरकार ने मान लिया है. इस फैसले के बाद बीएड अभ्यर्थियों को बड़ा झटका लगा है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राज्य के शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि संभवत: 11 जनवरी से रीट-2021 के आवेदन भरे जाएंगे. कोरोना काल को देखते हुए परीक्षा की फीस में कोई बदलाव नहीं किया गया है. रीट परीक्षा 25 अप्रैल से शुरु होगी.
शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि बीएसटीसी (BSTC) के अभ्यर्थी केवल रीट L-1 के ही पात्र होते हैं जबकि बीएड अभ्यर्थी के पास रीट L-2 के साथ ही द्वितिय श्रेणी और प्रथम श्रेणी व्याख्याता का भी अवसर होता है. इसी बात को देखते हुए बीएडधारियों को रीट के लेवल-1 से बाहर किया गया है. रीट L-1 में केवल बीएसटीसी अभ्यर्थी ही आवेदन कर पाएंगे जबकि रीट L-2 में बीएडधारी आवेदन कर सकेंगे. इस बार लेवल-2 में कॉमर्स के छात्रों को भी भाग लेने का मौका दिया गया है. पहले केवल साइंस और आर्ट के छात्र ही इस परीक्षा में शामिल हो सकते थे.
शिक्षामंत्री डोटासरा ने बताया कि 11 जनवरी से रीट-2021 के दोनों लेवल के आवेदन स्वीकार किए जाएंगे. 8 फरवरी को संभवत: आवेदन की अंतिम तिथि होगी. परीक्षा में एक बड़ा बदलाव करते हुए रीट के 90 फीसदी और स्नातक के 10 फीसदी अंकों के आधार पर परिणाम तय किए जाएंगे. पिछली बार हुई रीट परीक्षा में ये 70 फीसदी रीट और 30 फीसदी स्नातक के अंकों के आधार पर था. इस बार के पाठ्यक्रम में राजस्थान के पाठ्यक्रम को अतिरिक्त वरियता दी गई है. रीट परीक्षा की विज्ञपत्ति आज रात या फिर कल तक जारी कर दी जाएगी.
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पहले की तरह रीट-2021 की पात्रता के लिए 60 फीसदी मार्क्स अनिवार्य है लेकिन नए आदेश के मुताबिक सामान्य वर्ग (टीएसपी व नॉन टीएसपी क्षेत्र) के लिए पात्रता अंक 60 फीसदी, एसटी (नॉन टीएसपी क्षेत्र) के लिए 55 फीसदी और एसटी (टीएसपी क्षेत्र) के लिए 36 फीसदी अंक तय किए गए हैं. वहीं एससी, ओबीसी, एमबीसी, ईडब्ल्यूएस वर्ग और टीएसपी व नॉन टीएसपी क्षेत्र के लिए पात्रता अंक 55 फीसदी निर्धारित किए गए हैं. दिव्यांगजनों के लिए 40 फीसदी, विधवा अभ्यार्थियों के लिए 50 फीसदी और शहरिया जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए 36 फीसदी अंक पात्रता के लिए अनिवार्य रखे गए हैं.
इससे पहले 2015 और 2017 में हुई REET में सभी वर्गों के लिए पात्रता प्राप्त करने के लिए कम से कम 60 फीसदी अंक प्राप्त करने जरूरी थे.
रीट-2021 के पात्रता प्रमाण पत्र की वैधता जारी होने की तारीख से 3 वर्ष की अवधि तक रहेगी. रीट परीक्षा के लिए एनसीटीई सिलेबस ही अपनाया जाएगा. इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. रीट भर्ती में एक ही पेपर अपनाया जाएगा. भर्ती में कॉमर्स के विद्यार्थियों को सोशल स्टडी में शामिल किया जाएगा. 31000 शिक्षकों की भर्ती REET परीक्षा के जरिए ही होगी. जनजाति उपयोजना क्षेत्र के अभ्यर्थियों की मांग को ध्यान रखते हुए 31 हजार में से 6,080 पद टीएसपी क्षेत्र के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित रहेंगे. इसके अतिरिक्त एक हजार तृतीय श्रेणी के पद सरकार ने अलग से जारी किए हैं.