अशोक गहलोत ने फिर दोहराया ‘नाकारा और निकम्मा’ लेकिन इस बार वजह अलग
- सियासी संकट के समय सीएम अशोक गहलोत के मुख से निकले नाकारा और निकम्मा जैसे तीखे तीर फिर से कमान से निकले, जमकर बोला हमला
NewsBreatheTeam. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर तीखी तलवार से जुबानी वार करते हुए अपने पूर्व शब्दों को दोहराया. ‘नाकारा और निकम्मा’ इन शब्दों से एक बारगी राजस्थान की सियासत हिल गई थी, जब राज्य पर सियासी संकट मंडराया था. ये शब्द सीएम गहलोत ने एक बार फिर से इस्तेमाल किए. हालांकि इस बार वजह पायलट नहीं कुछ और रही. दरअसल मुख्यमंत्री गहलोत ने अपनी तीखी तलवार इस बार केंद्र सरकार के लिए खींची थी, साथ ही मोदी सरकार को नाकारा और निकम्मा बताया.
इससे पहले किसान आंदोलन के समर्थन में राजस्थान की कांग्रेस सरकार के मंत्री और अन्य विधायकों ने शहीद स्मारक पर धरना दिया. इस धरने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी करीब चार महीने बाद एक मंच पर दिखाई दिए. अपने संबोधन में अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार को फासीवादी बताते हुए कहा कि वे देश को बर्बाद करना चाहते हैं. बार बार अपील करने के बावजूद उनपर कोई असर नहीं हो रहा.
किसानों के साथ खड़े होना राजनीति है तो हम ये करते रहेंगे- सचिन पायलट
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाल दागते हुए पूछा कि किसानों की किस्मत का फैसला करने का केंद्र को क्या अधिकार है. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि वक्त आने पर पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की गलतफहमी निकल जाएगी.
सीएम गहलोत ने कहा कि जो लोग आजादी की जंग में अंग्रेजों के मुखबिर बने हुए थे वो लोग आज कांग्रेस से 70 सालों का हिसाब मांग रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार इन लोगों ने किसानों से पंगा लिया है, समय आने पर इन्हें पता चल जाएगा. हालात गंभीर हैं, इसलिए कांग्रेस किसानों को संदेश देना चाहती है कि देश, प्रदेश एवं कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता उनके संघर्ष के साथ एकजुट हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि जरुरत पड़ी तो किसान आंदोलन के समर्थन में वे बॉर्डर पर भी जाएंगे.